बुआ बबुआ का कमाल भाजपा हुई निढाल
त्रिपुरा में बामपंथी किला ध्वस्त करने की खुशी के खुमार मैं भाजपा कुछ ऐसी डूबी उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा की कितनी सीटें ही गवा बैठे उत्तर प्रदेश में बुआ बबुआ ने हाथ मिलाकर भाजपा को हरा दिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे से निकली हुई गोरखपुर और फूलपुर संसदीय सीट पर भाजपा चारों खाने चित हो गई बसपा सुप्रीमो मायावती ने इन दोनों सीटों पर सपा प्रत्याशियों को समर्थन दिया था उत्तर प्रदेश में 1993 में सपा बसपा ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा और सरकार बनाई थी 25 साल बाद 2018 में दोनों दल एकजुट हुए हैं हालांकि अभी कोई औपचारिक गठबंधन नहीं हुआ है उधर बिहार के अररिया सीट से लालू प्रसाद की पार्टी राजद ने भी जीत दर्ज की है अब लोकसभा में भाजपा की 272 और समाजवादी पार्टी की 7 सीटें हो गई हैं!लोकसभा में 282 से 272 सीटों पर पहुंची भाजपा
बुधवार को लोकसभा उपचुनाव परिणाम आने के बाद सदन में भाजपा की सीटों की संख्या 2014 के 282 से घटकर 272 पर पहुंच गई लोकसभा में मौजूदा समय में 536 सदस्य हैं जबकि 7 सीटें रिक्त है इस हिसाब से सदन में भाजपा अभी अकेले बहुमत में है हालांकि सहयोगियों के साथ उनके पास भारी बहुमत है
उत्तर प्रदेश के 2014 के आम चुनाव और 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा को पहली बार लोकसभा की 2 सीटों के उपचुनाव में हार मिली है इससे पहले इस साल जनवरी में पार्टी को राजस्थान में अजमेर और अलवर में पराजय का सामना करना पड़ा था 2014 के लोकसभा चुनाव में राज्य में भाजपा को सभी 25 सीटें मिली थी पिछले साल भाजपा पंजाब में गुरदासपुर सीट हार गई थी वह सीट भाजपा के विनोद खन्ना के निधन से रिक्त हुई थी
20 सीटों पर हुए उपचुनाव
2014 के आम चुनाव के बाद लोकसभा की 20 सीटों के लिए उपचुनाव हुए हैं इन में भाजपा को केवल 3 सीटें मिली है यह अलग बात है कि इनमें से अधिकतर सीटें भाजपा के पास नहीं थी इस साल 6 लोकसभा सीटों के लिए उपचुनाव हुए जिन्हें भाजपा एक पल भी नहीं जीती