प्यार के चक्कर में साधना पटेल बनी डकैत , पढें पूरी कहानी, daku sadhana patel story, chitrakoot bandit queen sadhana patel

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किसी ने सच ही कहा है कि इश्क जो न कराए वह कम है। इश्क में लोग घर परिवार से बागी हो गए। इश्क में कत्ल हुए, गोलियां चली, इश्क के फेर में कई घर बर्बाद हुए, रियासतें लुट गर्इं। एक ऐसा ही वाकया दस्यु प्रभावित गांव का आया है। सम्पन्न घराने का युवक इश्क के फेर में बागी हो गया। घर छोड़कर डकैतों के  साथ आ गया। डकैतों के साथ मिलकर अपहरण की वारदात को अंजाम देकर जरायम की दुनिया में कदम रख दिया। युवक के डकैत बनने के पीछे इश्क बड़ी वजह है। दरअसल यह युवक एक साल से दस्यु सुन्दरी के इश्क की गिरफ्त में था। इश्क के फेर में डकैत बन चुके युवक के सिर पर इनाम घोषित कर पुलिस तलाश में लगी है।

घर से भागने पर दर्ज हुई थी गुमशुदगी

जानकारी के अनुसार नयागांव थानान्तर्गत वंशीपुर पालदेव निवासी ज्ञानेन्द्र पटेल उर्फ छोटू पिता मोतीलाल पटेल 18 वर्ष घर से 6 अगस्त की दोपहर 11 बजे के करीब बाइक क्र.एमपी 19एमएस/3896 लेकर निकला। घर से निकलने के पहले चाचा हीरालाल पटेल को फोन कर कहा कि माता-पिता को बता देना पैसा लेने चित्रकूट जा रहा हूं पर देर रात तक छोटू लौटकर न आया। परिजनों ने गांव के अलावा रिश्तेदारी में छोटू की तलाश की।
मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क करते रहे लेकिन छोटू के दोनों मोबाइल नम्बर स्विच आॅफ बताते रहे। आखिरकार 12 अगस्त को परिजनों ने नयागांव थाना पहुुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई। गुम इंसान 19/18 का प्रकरण दर्ज कर पुलिस छोटू की तलाश में लगी हुई थी। पर इधर छोटू नवोदित दस्यु गिरोह के साथ रहने वाली प्रेमिका के साथ पहुंच चुका था।

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कौन है दस्यु सुन्दरी साधना

दस्यु सुन्दरी साधना पटेल के रिश्ते तराई में सक्रिय रहे डकैतों से बचपन से ही रहे हैं। यूं तो साधना मूलत: कर्वी जिले के भरतकूप चौकी के बगहिया की रहने वाली है। पर उसका रहना ज्यादातर भगड़ा थाना नयागांव में रहने वाली अपनी बुआ के यहां होता था। एनकांउटर में मारे जा चुके डकैत चुन्नीलाल पटेल का प्रेम प्रसंग साधना की मां के साथ था। भगड़ा में भी डकैत चुन्नीलाल आता जाता था। डकैत चुन्नीलाल साधना को अपनी बेटी बताता था। चुन्नीलाल के मारे जाने के कुछ समय बाद साधना का विवाह हुआ लेकिन पति को छोड़कर वह भगड़ा में रहने आ गई। तराई में नवल गिरोह के सक्रिय होेने पर साधना सुर्खियों में आई।

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नवल के साथ दो शिक्षकों के अपहरण में साधना शामिल रही। नवल गिरोह को कई मर्तबा पुलिस से बचाने में साधना ने कवच का काम किया। नवल के जेल जाने के बाद साधना ने दीपक का दामन थाम लिया। इन दिनों साधना नवोदित दस्यु गिरोह के सरगना दीपक शिवहरे निवासी सेजवार थाना नयागांव के साथ जंगल में सक्रिय है। तराई से जुड़े सूत्रों का कहना है कि साधना बेहद ही शातिर है। वह जीन्स पैंट पहनती है, राइफल लेकर चलती है, महज 19 वर्ष की दस्यु सुन्दरी साधना नए-नए युवकों को प्यार के जाल में फंसाकर गैंग में शामिल होने के लिए उकसाने का काम करती है।

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साधना संग किया था युवक का अपहरण साधना के बुलावे पर घर-परिवार छोड़कर दीपक शिवहरे गैंग में शामिल हुए छोटू उर्फ ज्ञानेन्द्र पटेल ने साधना और गैंग के अन्य सदस्यों के साथ पिछले दिनों नयागांव थाना के पालदेव निवासी छोटकू सेन का अपहरण कर लिया। कोल्हुआ के जंगल में ले जाकर गड़ा धन का पता हासिल करने के लिए छोटकू को बेरहमी पूर्वक पीटा गया। साधना और अन्य डकैतों ने छोटकू को बीड़ी से जलाया। कुल्हाड़ी से एक अंगुली काट ली। रात भर डंडे और बंदूक की बट से पिटाई की। गड़ा धन न मिलने पर छोटकू को छोड़ दिया।
छोटकू की शिकायत पर पुलिस ने दीपक, साधना समेत घर से भाग कर डकैत बने छोटू उर्फ ज्ञानेन्द्र पटेल समेत 7 के खिलाफ आईपीसी की धारा 364, 342, 324, 149, 120बी, 25/27 आर्म्स एक्ट एवं 11/13 एडी एक्ट के तहत प्रकरण कायम किया।

बताया गया है कि अपहरण की वारदात में शामिल नवोदित दस्यु गिरोह के दो आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। गिरोह के सरगना व एक मेम्बर पर 10-10 हजार के ईनाम है। पुलिस जल्द ही गैंग लीडर के अलावा गिरोह के चिन्हित किए गए सदस्यों पर ईनाम की राशि बढ़ाने की तैयारी में है। जिन सदस्यों पर ईनाम नहीं था उनकी गिरफ्तारी पर 10 हजार का ईनाम घोषित किया जा रहा है। जबकि गैंग लीडर पर ईनाम की राशि बढ़ाकर 20 हजार करने का पत्र एसपी कार्यालय से डीआईजी कार्यालय को भेजा गया है।

1 साल से थी जान पहचान

जेल में बंद डकैत नवल धोबी गैंग की सदस्य साधना पटेल की पहचान नवल की प्रेमिका के तौर पर रही। जंगल में नवल के सक्रिय रहते हुए साधना ने गैंग की मदद के लिए कई गांव के नव युवकों के साथ दोस्ती की ताकि खाद्य सामग्री मिलने के अलावा पुलिस मूवमेंट की जानकारी मिलती रहे। एक साल पहले जंगल के करीब साधना की मुलाकात छोटू उर्फ ज्ञानेन्द्र पटेल से हुई।

सम्पन्न घराने के छोटू से मुलाकात के बाद साधना ने लगातार सम्पर्क बनाए रखा। मोबाइल पर अक्सर बातें करती। लगातार मिलने और फोन पर होने वाले वार्तालाप में छोटू और साधना के बीच संबंध प्रगाढ़ होते चले गए। नवल के साथी रहे दीपक शिवहरे के द्वारा नई गैंग बनाए जाने पर साधना ने दीपक को प्यार का हवाला देकर गैंग में शामिल होने के लिए बुलाया। सूत्रों की मानें तो साधना के बुलावे पर ही छोटू घर से भाग कर गैंग में शामिल हो गया

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